घाट से लौटा हूँ---
Friday, March 21, 2014
चिलमन बेगाने हुए........
उनकी खुमारी छाई कुछ इस कदर,
कुछ वो बेहोश थे, कुछ हम बेहोश थे!
जिंदगी में वो आईं कुछ इस कदर,
कुछ वो लापता, कुछ हम लापता!
'चिलमन' बेगाने हुए कुछ ऐसे हमलोग,
वो हमें ढूँढते रहे, हम उन्हें ढूँढते रहे!
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